भाई को अरबों की दौलत सौंपकर बन गया था संत, लौटा तो घर में शुरू हो गई जंग
कहानी ऐसे 2 भाइयों के जिन्हें एक-दूसरे का परछाई माना जाता था, पर अब कोर्ट में आमने-सामने खड़े हैं
Money Bhaskar | अंतिम अपडेट : September 07, 2018 12:32 PM IST
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10 दिनों के अंदर देना होगा जवाcNCLT प्रेसिडेंट जस्टिस एमएम कुमार की अध्यक्षता वाली 2 सदस्यीय पीठ ने यह नोटिस जारी किया हैं। ट्रिब्यूनल ने मालविंदर सिंह समेत अन्य लोगों को 10 दिनों के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा है। साथ ही शिविंदर सिंह को 2 हफ्तों के भीतर उस जवाब पर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। NCLT ने शिविंदर, उनकी पत्नी अदिति और मालविंदर सिंह को दस्तावेजों की जांच करने और RHC होल्डिंग्स के रिकॉर्ड्स की फोटोकॉपी लेने की अनुमति दे दी है। इस अनुमति की मांग भी याचिका में की गई थी। इस मसले पर NCLT अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को करेगा।
कभी करोड़ों का कारोबार भाई के हवाले कर संत बन गए थे शिविंदर बता दें कि किसी दौर में सिंह भाईयों की आपसी साझीदारी के किस्से फेमस थे। दोनों को एक दूसरे का हमसाया तक कहा जाता था। यही नहीं 2015 में शिविंदर सबकुछ अपने बड़े भाई के हाथों में सौंप कर राधा स्वामी सतसंग ब्यास में संत बन गए थे।यहां तक की उन्होंने फोर्टिस हेल्थकेयर के एग्जीक्यूटिव पद को भी छोड़ दिया था। ब्यास धार्मिक गतिविधि से जुड़ा संगठन है। उत्तर भारत में काफी संख्या में इसके अनुयायी हैं। ब्यास और सिंह भाईयों के पारिवारिक संबंध भी हैं।
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