कॉलेज के छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ाने की आसान तकनीक
कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्रों को अपने शुरूआती दिनों में कॉलेज कैम्पस का वातावरण स्कूल कैम्पस से बिलकुल अलग होने के कारण कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. कॉलेज की पढ़ाई स्कूल से बिलकुल अलग होने के कारण कॉलेज में पढ़ाई को लेकर बहुत सजग रहने की जरुरत पड़ती है. स्टूडेंट्स को कॉलेज के नए वातावरण से सामंजस्य बैठाने तथा स्टडी के मार्ग में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा अपने आत्म विश्वास को बनाये रखना चाहिए.
उच्च प्रतिस्पर्धी माहौल के कारण कॉलेज में आपने आप को एक अपटुडेट और रैंक होल्डर स्टूडेंट साबित करने के लिए आपके पास आत्मविश्वास का होना बहुत जरुरी है और यही सफलता की कुंजी भी है. कॉलेज लाइफ का तो मतलब ही होता है विभिन्न प्रकार के नए लोगों से मिलना और अलग अलग नए रिश्ते बनाना. अब इन सभी रिश्तों को सही तरीके से निभाने के लिए भी आत्म विश्वास का होना बहुत जरुरी है. लेकिन अहम् सवाल यह है कि अपने अन्दर आत्मविश्वास को किस तरह विपरीत परिस्थितियों में भी समान रूप से बरकरार रखा जाय ? इसके लिए कुछ सरल सुझाव आगे दिए गए हैं -
हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखें
नकारात्मक ख्याल आते ही कुछ अच्छा सोचना शुरू कर दें. आत्म विश्वास में कमी के कारण अक्सर नकारात्मक ख्याल दिमाग में आने लगते हैं तथा हम नहीं चाहते हुए भी किसी निर्दोष आदमी ओ दोषी समझने लगते हैं. कभी कभी तो ये नकारात्मक ख्याल इस कदर हावी हो जाते हैं कि आपको हर किसी में कुछ न कुछ कमी ही दिखाई देने लगती है.अक्सर लोग आत्म विश्वास और आत्म सम्मान की कमी के कारण हर चीज की गलत व्याख्या करने लग जाते हैं. इसलिए अपने आत्म विश्वास को बनाए रखने के लिए सर्वदा सकारात्मक सोंच को ही बढ़ावा दें.
अपनी तुलना कभी किसी और से नहीं करें
याद रखिये हर किसी की अपनी अलग योग्यता, आकृति और स्वरुप होता है. ईश्वर ने संसार के किसी भी जीव को एक समान नहीं बनाया है. सबकी अपनी अलग अलग विशेषताएं और भूमिका है. इसलिए भूलकर भी अपनी तुलना किसी और से नहीं करें. कभी भी अपने रूममेट,क्लासमेट या अपने किसी दोस्त के किसी खास क्वालिटी के देखकर अपने आप को न कोसे चाहे वो आपका साथी क्लास टॉपर ही क्यों न हो ? अपनी एनर्जी का भरपूर उपयोग करते हुए अपना बेस्ट देने की कोशिश करें. अपने साथी का नक़ल करना अपनी एनर्जी तथा समय की बर्बादी के सिवाय और कुछ नहीं है.
अपने ऊपर किये गए कमेंट्स को रचनात्मक नजरिये से देखें
कॉलेज लाइफ के दौरान अपनी जिन्दगी जिन्दादिली के साथ जीने के लिए आपमें अपने ऊपर किये गए कमेंट्स को रचनात्मक नजरिये से देखने की कोशिश करनी चाहिए. अगर अपनी किसी कमी के कारण आप आलोचना के शिकार होते हैं,तो आपको अपनी उस कमी को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि आपका व्यक्तित्व और उभर सके. अगर किसी का कमेंट बहुत बुरा लगता है तो उसे नजरंदाज कर अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास करें. अगर किसी बात पर आपका प्रोफ़ेसर आपके ऊपर कमेन्ट करता है तो इसके पीछे उसका मुख्य मकसद आपमें सुधार लाना होता है. इसलिए प्रोफ़ेसर द्वारा की गयी टिप्पणी पर विशेष रूप से गौर करें. जब आप अपने ऊपर किये गए कमेंट्स को रचनात्मक नजरिये से देखने लगेंगे तो आपका आत्मविश्वास स्वतः बढ़ जायेगा.
अपनी क्लासेज बंक न करें
आप हर संभव कोशिश करें कि आपकी कोई भी क्लास मिस न हो. क्लास में अनियमित रहने से लेक्चर को पूरी तरह से समझने तथा अपना सिलेबस पूरा करने में आपको परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही साथ क्लास में यह आपके आत्मविश्वास के स्तर को भी प्रभावित करेगा.अगर किसी भी विषय में आपका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं है,तो आप आत्म विश्वास की कमी के कारण सचेत होने के बावजूद नर्वस महसूस करेंगे. इतना ही नहीं आपको अपने लिखित, प्रैक्टिकल तथा मौखिक परीक्षाओं में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
बबल बस्टर से हमेशा बंचकर रहें
बबल बस्टर से अभिप्राय ऐसे लोगों से है जो हर समय आपमें कोई न कोई नुक्श ही निकालते रहते हैं. यहां तक की आपके किसी खास उपलब्धि में उन्हें सिर्फ कमी ही कमी दिखाई देती है. ऐसे लोग आपके बहुत नजदीकी लोग भी हो सकते हैं. ये आपके माता-पिता तथा रिश्तेदार, प्रोफेसर तथा मेंटर कोई भी हो सकते हैं. चूँकि ऐसे लोगों को आप नजरअंदाज तो कर नहीं सकते इसलिए इस विषय में उनसे स्पष्ट बात करें तथा अपना रुख भी स्पष्ट रखें. हमेशा अपने आप में सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास करते हुए इस तरह के नकारात्मक लोगों की बातों पर ध्यान न दें.
हाँ मैं कर सकता हूँ का कॉन्सेप्ट रखें
किसी भी तरह का काम करने का जज्बा अपने अन्दर विकसित करें. हमेशा सोंचे कि मैं हर काम कर सकता हूँ. आत्म विश्वास की कमी के कारण अक्सर लोग कुछ न कुछ बहाने बनाते हुए किसी काम के लिए कहते हैं ये तो बहुत मुश्किल है मैं इसे नहीं कर सकता. सिर्फ इतना कह देना पर्याप्त नहीं है. आप अपने व्यक्तित्व को कुछ इस तरह विकसित करें कि आपको मुश्किल काम करने में भी डर न लगे तथा आप सकारात्मक परिणाम की आशा से आगे बढ़ें. इससे आपका आत्म विश्वास स्वतः विकसित होता चला जायेगा.
अपने आप को कभी भी अकेला महसूस न करें
जब कोई व्यक्ति अपने आप को अकेला महसूस करता है,तो उसके अन्दर बेबसी तथा संदेह की भावना घर करने लगती है. आप जैसे कई छात्र हैं जिनमें भरपूर आत्म विश्वास की कमी है. यह एक स्वाभाविक गुण हैं इससे घबराने की जरुरत नहीं है. कॉलेज के शुरुआती दिनों में स्टूडेंट्स के अन्दर आत्म विश्वास की कमी एक आम बात है. इसके लिए घबराने की जरुरत नहीं है. इसे आप सकारत्मक रूप में लेते हुए यह सोंचे कि इससे आपकी कुछ विशेष कमजोरी दूर हो जाएगी तथा आपका व्यक्तित्व और निखरेगा.
हम सभी जानते हैं कि कॉलेज जीवन व्यक्ति के जीवन का स्वर्णिम समय होता है. हर रोज एक नया अनुभव होता है. प्रतिदिन कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है. इसी दौरान बहुत सारे स्टूडेंट्स को पता चलता है कि आखिर वे चाहते क्या हैं ? साथ ही अपनी इच्छा को पूरी करने के लिए वे भरपूर प्रयास करते समय कई नए नए तरीके भी ईजाद करते हैं. यहीं से हमारे प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत होती है. इसलिए इस दौरान आत्म विश्वास और आत्म सम्मान की भावना अपने अन्दर विकसित करना स्टूडेंट्स की प्राथमिकता होनी चाहिए. उम्मीद है ऊपर लिखित उक्तियां आत्मसमान तथा आत्मविश्वास जैसी भावना को विकसित करने में कारगर सिद्ध होंगी
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