डॉ. वैन ने आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले तीन 'कफ़ सीरप' का अध्ययन किया है जिनमें ग्वेफिनेसन, डेक्सट्रोमेथॉर्फेन, स्यूडोफेडरीन शामिल हैं.
लेकिन इन दवाओं का अध्ययन करने के बाद डॉ. वैन इनका सेवन नहीं करने की सलाह देते हैं.
वहीं प्रोफेसर मॉरिस कहते हैं, "मेरी राय में, शीशी बंद सीरप और दवाओं के शहद-नींबू से बेहतर होने के सुबूत कम मिलते हैं. लेकिन शहद-नींबू के साथ फायदा ये है कि उनमें किसी तरह का ड्रग नहीं मिला होता तो आप उन्हें जितना चाहें उतना पी सकते हैं."
खांसी के साथ बुखार हो क्या करें?
लेकिन अगर खांसी-जुखाम के साथ बुखार भी आ जाए तो लोग सबसे पहले बुखार की दवा लेते हैं.
डॉ. वैन बताते हैं कि बुखार से राहत हासिल करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टैबलेट्स में तीन ड्रग होते हैं - पैरासिटामोल, ब्रूफैन और डिकंजेस्टेंट.
अब ब्रूफैन एक दर्द कम करने वाला और 'डिकंजेस्टेंट' सीने में जकड़न दूर करने वाला ड्रग है.
ऐसे में डॉ. वैन कहते हैं कि वायरस अलग-अलग लोगों पर अलग तरह से प्रभाव डालता है. ऐसे में ये बिलकुल ठीक नहीं है कि एक दवा सभी लोगों के लिए कारगर साबित हो.
उदाहरण के लिए, अगर आपके सीने में जकड़न नहीं हो तो आपको डिकंजेस्टेंट की ज़रूरत नहीं होगी.
लेकिन अगर आपके सिर में दर्द हो तो आप सिर्फ कोई 'पेनकिलर' ले सकते हैं.
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