प्रेस रिव्यू : राहुल गांधी का मैगा रोड-शो और सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति
![राहà¥à¤² à¤à¤¾à¤à¤§à¥](https://ichef.bbci.co.uk/news/660/cpsprodpb/16A67/production/_103457729_a95145a0-3257-459f-90ee-e35329d4ac96.jpg)
कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मध्यप्रदेश की पहली चुनावी यात्रा भी सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे से शुरू हो रही है.
दैनिक भास्कर अख़बार की रिपोर्ट कहती है कि इंदौर के लालघाटी चौराहे पर पार्टी के मंच पर 11 कन्याएं राहुल को तिलक करेंगी और इतने ही ब्राह्मण स्वस्ति वाचन करते हुए शंख ध्वनि करेंगे.
इसके साथ ही यहां से क़रीब डेढ़ बजे शुरु होगा उनका 12 किलोमीटर लंबा मैगा रोड-शो. कांग्रेस पार्टी ने राहुल के दौरे को 'कार्यकर्ता सम्मेलन' का नाम दिया है.
लालघाटी से दशहरा मैदान तक पोस्टर-होर्डिंग्स और फ्लेक्स लगाए गए हैं.
होर्डिंग्स में शिव भक्त राहुल के पोस्टर, उनकी कैलाश मानसरोवर की यात्रा और राम वन गमन पथ का ज़िक्र है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरीजों के अधिकारों पर चार्टर का ड्राफ्ट जारी किया है. अगर यह लागू हो गया तो अस्पताल बिल भुगतान पर विवाद होने की स्थिति में मरीजों को छुट्टी देने से इनकार नहीं कर सकेंगे.
ड्राफ्ट के मुताबिक, अस्पताल किसी हालत में अपने यहां मरीजों को बंधक बनाकर नहीं रख सकते हैं. वे अस्पताल के बिल में भुगतान को लेकर विवाद जैसे प्रक्रियागत आधार पर मरीजों को छुट्टी देने से इनकार भी नहीं कर सकते हैं.
दैनिक जागरण की इस रिपोर्ट में लिखा है कि अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज की देखभाल कर रहे उसके परिजनों का भी उसके शव पर अधिकार है. परिजन की इच्छा के ख़िलाफ़ अस्पताल कोई शुल्क वसूलता है या अस्पताल के बिल के भुगतान के संबंध में कोई विवाद होता है तो भी शव को अस्पताल में रोककर नहीं रखा जा सकेगा.
साथ ही हर अस्पताल और क्लीनिक को आंतरिक शिकायत निवारण सिस्टम बनाना होगा
द हिंदू में छपी ख़बर से पता चलता है कि दो साल पहले तक भारत की नदिया 302 जगहों पर प्रदूषित थीं लेकिन अब 351 जगहों पर प्रदूषित हो गईं हैं.
जहां गंगा की सफ़ाई के लिए 20 हज़ार करोड़ का आवंटन सरकार की कोशिशों का एक नमूना है वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में नदियां कम प्रदूषित हैं.
महाराष्ट्र, असम और गुजरात में की नदियां कहीं ज़्यादा प्रदूषित हैं. 351 से में से 117 जगहें तो इन्हीं तीनों राज्य में हैं.
रात के समय फ़ोन कॉल, एसएमएस या व्हाएट्सऐप से नहीं मांग सकते वोट
चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद रात के समय फ़ोन कॉल, एसएमएस या व्हाएट्सऐप संदेश के ज़रिए वोट मांगने पर चुनाव आयोग ने प्रतिबंध लगा दिया है.
यह प्रावधान ठीक उसी तरह होगा जैसे चुनाव प्रचार अभियान के मामले में नियम हैं. रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक चुनाव प्रचार पर रोक रहती है.
जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक़ निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर आगामी सभी चुनावों के लिए तुरंत प्रभाव से यह प्रतिबंध लागू किया है.
उल्लंघन होने पर शिकायत के लिए चुनाव आयोग ने एक विशेष मोबाइल ऐप भी बनाया है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
No comments:
Post a Comment