"आप तनाव का प्रबंधन कैसे करते हैं?" इंटरव्यू में पूछा गया यह सवाल कहीं न कही आपको एक झटका दे सकता है और अंत में आपके मन में तनाव की थोड़ी मात्रा बढ़ा भी सकता है खासकर तब जब आप इसका सही जवाब देने में विफल रहते हैं. वास्तव में अधिकांश उम्मीदवार साक्षात्कार में अक्सर गड़बड़ी करना शुरू करते हैं, जब उनसे ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं जिनके बारे में उन्होंने पहले कभी नहीं सोचा था. यह अक्सर उन्हें विफलता और अवसाद की ओर ले जाता है. तत्काल सही उत्तर आपके ज्ञान और सावधानी को दर्शाता है. जिस तरह से आप अपने उत्तर को बयाँ करते हैं और जिस तरह की बॉडी लैंग्वेज दर्शाते हैं, वह आपके आत्मविश्वास को प्रदर्शित करती है. नौकरी के इंटरव्यू में सफलता पाने के लिए दोनों का समान महत्व सामान है . अतः जब आपसे इस तरह के सवालपूछे जाएँ तो सबसे पहले शांत रहें और इस लेख में हमने जिन तरीकों कासुझाव दिया है उन पर अमल करें.
तनाव का प्रबंधन करने के अपने तरीकों का विश्लेषण करें
ऐसे लोगों की संख्या बहुत है जो तनाव के कारण अपने जीवन में अपना नियंत्रण खो देते हैं. लेकिन, ऐसे लोगों कि संख्या बहुत कम है जो तनाव को प्रबंधित करके कठिनाइयों को पार करते हुए जिन्दगी में आगे बढ़ते हैं. जो लोग तनाव का प्रबंधन करने के बारे में नहीं जानते हैं, उन्हें जिंदगी में असफलता और अवसाद के अलावा कुछ भी मिलना कठिन हो जाता है.
आप मानसिक तनाव को दूर करने के क्रम में चीखने या अंतर्मुखी हो जाने को एक सही रास्ता मानते हों. लेकिन, यह उस पर काबू पाने का सही तरीका नहीं है क्योंकि यह आपके विश्वास और समस्या से निपटने की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए, आपको पता होना चाहिए कि मानसिक तनाव को दूर करने के लिए आपका तरीका सही है या नहीं. समस्या पर काबू पाने के लिए सही तरीका आपके मानसिक तनाव के कारण का पता करना हो सकता है और पता लगने के बाद आप उस पार कार्य कर सकते हैं.
अपनी बात प्रभावी तरीके से समझाएं
अलग-अलग लोग अपनी भावनाओं और अनुभवों को समझाने में अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे ही अपने तनाव के बारे में समझाते वक़्त आप अपने क्लिनिकल तरीके के बारे में भी बोल सकते हैं. और अगर आप क्लिनिकल तरीकों को बहुत प्रभावी ढंग से समझायेंगे तब भी यह प्रभावहीन हो सकता है.
लेकिन जब आप साक्षात्कारकर्ता को तनाव दूर करने के अपने खुद के तरीकों के बारे में बताते हैं तो वह आपकी बातों में रूचि लेने लगेगा जो अंत में नौकरी के साक्षात्कार में सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है..
अपनी कहानी को संक्षिप्त और सटीक रखें
अगर आपकी कहानी लम्बी और बहुत सारे शब्दों से भरपूर है, तो आपका साक्षात्कारकर्ता ऊब महसूस कर सकता है और आपकी कहानी में रुचि लेना बंद कर सकता है. साथ ही ऐसा कहानी के किसी भी बिंदु पर हो सकता है जिसका आप वर्णन कर रहे हैं. इसलिए, कहानी-कहने का सबसे अच्छा तरीका प्रभावी शब्दों की सहायता से एक घटना को स्पष्ट और सटीक रूप से बताना है. इसलिए आपको अपनी कहानी के लिए सही शब्दों का चयन करने में सक्षम होना चाहिए. यह आपको अपनी बात साफ़-साफ़ लहजे में कहने के काबिल बनाएगा.
प्रमुख बिंदुओं की व्याख्या करें
नौकरी के साक्षात्कार में "तनाव प्रबंधन" पर साक्षात्कारकर्ता के सवाल का जवाब देते हुए आपको अपने तनाव को प्रबंधित करने के लिए किसी घटना का जिक्र करने की ज़रूरत नहीं है. इसकी जगह पर आप आपनी रचनात्मकता, दृढ़ संकल्प और धैर्य की ओर ज्यादा फोकस्ड रहें.अगर आप ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो साक्षात्कारकर्ता आपके बारे में कुछ और अनुमान लगा सकता है जो आपके चयन के चांसेज कम कर सकता है. इसके लिए, आपको यह गौर करनाहोगा कि अपनी आवाज के कुछ विशेष शब्दों पर केन्द्रित होकर अपनी बात कैसे कहनी है. एक बार जब आप उपयुक्त विचारों और भावनाओं को बोल पाने की अपनी क्षमता में सुधार करते हैं तो आप उन मुख्य बिंदुओं को उजागर करने में सक्षम हो जाते हैं जिन्हें आपने अपने बारे में विश्लेषित किया होता है.
अंत में
जब साक्षात्कारकर्ता नौकरी तलाशने वालों से आउट-ऑफ-बॉक्स सवाल पूछते हैं, तो साक्षात्कारकर्ता के प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देते हुए उम्मीदवारों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. जब सवाल आपके तनाव प्रबंधन के कौशल से संबंधित होता है तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं. लेकिन तनाव प्रबंधन के अपने तरीके का विश्लेषण करके, जवाब देने के लिए एक प्रभावी प्रारूप का चयन करके और कहानी को संक्षिप्त और स्पष्ट रखने से आप आसानी से अपने साक्षात्कार को प्रभावित कर सकते हैं और नौकरी के साक्षात्कार में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. इस लेख में, हमने सुझाव दिया है कि आप कैसे अपने तनाव-प्रबंधन से जुड़े सवालों का जवाब दें.
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